वो तो अपनी एक आदत भी नहीं बदल सके, और हम पागल एक उनके लिए खुदकी जिंदगी बदल बैठे थे। ©Sarfaraj idrishi #boatclub वो तो अपनी एक आदत भी नहीं बदल सके, और हम पागल एक उनके लिए खुदकी जिंदगी बदल बैठे थे। प्रिय-अंक बाबा ब्राऊनबियर्ड