तुरबत पे मेरी, एक दिन बरसेगी चशमे तेरी, सावन की प्यारी मैं प्यास से ना मर जाऊ..... तुरबत पे मेरी, एक दिन बरसेगी चशमे तेरी, सावन की प्यारी मैं प्यास से ना मर जाऊ.....