मेरी बस इच्छा है एक खवाहिश मेरी भी सुनले ऐ खुदा, की मैं अरसों से वो सुकून का निंद सोया नहीं। मैं धीरे धीरे बढता जाऊँ उसकी ओर, वो निंद मेरी मुझे लौटा रही हो। कि रख मेरे सर को अपने गोद मे, मेरी माँ मुझे थपकियाँ देकर सुला रही हो।। by sundaram mishra #NojotoQuote #nojoto,#nojotohindi