कर प्रतिग्या तू खुद को समझाएगा इससे लड़ने का द्रढ़ सन्कल्प बनाएगा पर जैसे तेरे पाँव रूकेंगे ये खुश हो जाएगा तूझे गिरता देख..मुस्करा कर बढ़ जाएगा रोएगा और पछताएगा पर ये वापस न आएगा.... ये वापस न आएगा .... क्योंकि ..थकता नही थमता नहीं ये वक्त है जो किसी के लिए रूकता नही।। प्रस्तुतकर्ता नीलम शर्मा sole of heart..