Unsplash रूबरू हो जाओ मुझसे, कि तुमको निहारा करूँ..! अपने दिल के आईने में, तुम्हारी तस्वीर सँवारा करूँ..! क़ैद ख़्वाहिशों से कब तक जानी, मैं ख़्यालों में किनारा करूँ..! ख़्वाबों को हक़ीक़त कर, मोहब्बत से तुमको पुकारा करूँ..! दिल से दिल तक पहुँचे, जज़्बातों को तुम्हारा करूँ..! खिली धूप कभी बूँद ओस की, छलकती आँखों से नज़रें उतारा करूँ..! अपने दिल पे लिखे नाम को तेरे, चमकता रौशन सितारा करूँ..! एक दूजे के दिल को, घर दिलबर हमारा करूँ..! ©SHIVA KANT(Shayar) #snow #rubaruhojao