White बेजान सी पड़ी थी में कभी वीरान थी जिंदगी ये मेरी कभी आकर कोई जिंदगी मे खुशियां दे गया गम थे जहां थी कभी मायूसी पसरी हुई अब वहां जिंदगी खिलखिलाती है घड़ियां पल दूजे मुस्कुराती हैं ख्वाब मुकम्मल करना कोई सीखा गया बिखरी पड़ी थी जहां आशाएं कभी बेजान सी थी पड़ी थी मे कभी वीरान थी जिंदगी ये मेरी कभी । ©sushil. #love_shayari * shree...*