तेरे एहतराम में ये काम करते हैं पिता! तेरी सख़्तजानी को सलाम करते हैं ख़यालों के ख़ुदा से कुछ ख़ास लेना नहीं तुझे ही बनाया तीरथ-धाम करते हैं # पिता! तू मेरे एहसासों का ताना-बाना है