कहना है कि.. जमी की आग को दरिया बुझाये, मिटाना प्यास ये उनकी हमेशा ख्वाब रखता है| अपने अन्दर लगी वो आग कैसे बुझाये, समन्दर भी तो वही आब रखता है|| ©चंचल चमन आब समन्दर #Her