मैं मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है, कुछ मंजिलों को हासिल करने के लिए, अपना घर भी छोङना पङता है। माँ का आँचल बाप का साया , सब कुछ छोड़ कर आगे बढ़ना पङता है मै मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है। वो गलियां वो शाम वो आराम, सब छोड़ना पङता है, माँ के हाथ का खाना अब इस नए शहर में कहाँ मिलता है, जो मिले जैसे भी वो खाकर सोना पङता है, मैं मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है। रोता है दिल पर आँसू नही निकलता है, मर्द है तु मत रो ये सारा जमाना कहता है, कमजोर न दिखाई दु मै दुनिया को , इसलिए ये आंसू भी छुपाना पङता है, मैं मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है। जिम्मेदारीयो से बंधे सफर में बैखौफ खुजरना होता है, कदम ङगमगाए कभी तो खुद ही संभलना पङता है, मैं मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है, कुछ मंजिलों को हासिल करने के लिए, अपना घर भी छोड़ना पङता है। मैं मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है। #tourdelhi मैं मर्द हूँ मुझे भी दर्द होता है। #nojoto #nojotoquote #nojotoofficial #nojotoapp