मुझे अक्सर बोला जाता है, मुझमे संस्कार नहीं है. पर बोलते है,ये अपना अपना नजरिया है. मैं किसी भी रिश्ते को लेकर बहोत possessive हूँ. गर मेरे बाप के सामने कोई चिल्ला रहा है तो, मैं दोबारा उसी वेग से प्रहार करुँगी, वो दोबारा ना करे. बेशक समझौते पर यकीन रखती हूँ, पर झूठी उम्मीद के साथ नहीं. ये ल़डकियों को हमेशा मुह चुप कराके, संस्कार का पट्ट पढ़ाया जाता है. मैं बेशक जाहिल होना चाहूँगी पर मीठा नहीं बोल सकती. सत्य कड़वाहट मे जीता है, उसे छलना मूर्खतापूर्ण है. शायद मेरा पिछला हिस्सा इसीलिए छुटा, क्युकि घरेलू के नाम पर अक्सर बुलॉऊज़ की हूक टाइट होती है, और कौन एक ही जिंदगी को कैद मे जिए. उन्हें बाहरी सुंदरता का मोह इस कदर होता है, सामने से पहाड़ गुजर जाता है. खैर सब अपनी अपनी सत्य पर जी रहे हैं. जीवन तो जीने का नाम है. ❤️ ©Rumaisa #titliyan #jivan #सत्य #mohmaya