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उम्मीदें खुद से रखो साहब, ये दुनिया तो खुदगर्जी है

उम्मीदें खुद से रखो साहब,
ये दुनिया तो खुदगर्जी है...
खुदगर्ज हैं रिश्ते नाते,
यहां इश्क वफ़ा भी फर्जी है..
मेरा तो काम हैं आपको
समझना ,
आगे आपकी मर्जी है..

©Sandip goswami #मोटिवेशनल  Raju Mondal  Manni Kumar *  Upen Majhi  Zero_ Artimaurya  Prashant Nigam
उम्मीदें खुद से रखो साहब,
ये दुनिया तो खुदगर्जी है...
खुदगर्ज हैं रिश्ते नाते,
यहां इश्क वफ़ा भी फर्जी है..
मेरा तो काम हैं आपको
समझना ,
आगे आपकी मर्जी है..

©Sandip goswami #मोटिवेशनल  Raju Mondal  Manni Kumar *  Upen Majhi  Zero_ Artimaurya  Prashant Nigam