हवस और मोहब्बत में एक ही फर्क है.... हवस में इन्सान बाहरी खूबसूरती को देखते हैं, लेकिन मोहब्बत में हम दिल से अपने आशिक को पूजते हैं, जो इसकी गहराई को समझ जाये तो खुदा भी उसके साथ ताउम्र रहते हैं। alfaaz dil se