कहना चाहता हूं आज कुछ दिल की बात सुनोगी...! क्या वक़्त है तुम्हारे पास? बड़े प्यार से देखा करते थे तुम मुझको क्या अब याद भी है तुम्हें वो बात.. सुना है आजकल तुम किसी ओर की बाहो मै मसरूफ हो! क्या यही थी तुम्हारी प्यार की औकात? वो जो कहती थी तुम की तुम्हारे बिना जी नही सकती मै किसी ओर के बाहो मै जाकर क्या तुम्हें याद भी आता हू मै...? क्या वक़्त है तुम्हारे पास?