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अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो बढ़ता ही जाए ये त

अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाए ये तो मुसल्सल शिफा न हो
बागों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो

©FOREVER_US #Shajar
अब काश मेरे दर्द की कोई दवा न हो
बढ़ता ही जाए ये तो मुसल्सल शिफा न हो
बागों में देखूं टूटे हुए बर्ग ओ बार ही
मेरी नजर बहार की फिर आशना न हो

©FOREVER_US #Shajar
anshulkumrawat6254

FOREVER_US

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