रात ढल रही है दिन निकल रहा है गए जब से तुम परदेश बस ऐसे ही चल रहा है और कितना समझाऊं मैं अपने इस *पागल दिल* को जो *आपकी प्यारी सूरत* को देखने को मचल रहा है... कब तलक मुझे तुम यूं ही तड़पाओगे..? कब वो प्यारी सी सूरत दिखलाओगे..? *मेरी खुशियां* कब वापस लाओगे..? तुमने तो कहा था कि जल्दी आओगे.. ज़रा बताना तो *तुम कब आओगे..?* 🖋️ ©Suraj Pratap Singh "सूरी" #कब_आओगे...? #nojoto #SunSet #सूरी