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शाम होने वाली थी , रोज की तरह उसक

          शाम होने वाली थी ,
       रोज की तरह उसका इंतजार था |
       आंखें देख रही थी राह उसकी ,
        और यह दिल बड़ा बेकरार था |
         रोज की तरह , वो हंस के पास से गुजरी ,
          ना जाने यह कैसा इकरार था |
दिल कभी कह तो नहीं पाया उससे ,
   पर वो एक तरफा मोहब्बत का , अंदाज बड़ा असरदार था | #yostowrimo में आज कहानी एक शाम की।
शाम के साथ अनगिनत क़िस्से जुड़े होते हैं एक व्यक्ति के। उनमें से ही कोई एक क़िस्सा लिखें। 
#शामहोनेवालीथी  #YourQuoteAndMine
Collaborating with YourQuote Didi
          शाम होने वाली थी ,
       रोज की तरह उसका इंतजार था |
       आंखें देख रही थी राह उसकी ,
        और यह दिल बड़ा बेकरार था |
         रोज की तरह , वो हंस के पास से गुजरी ,
          ना जाने यह कैसा इकरार था |
दिल कभी कह तो नहीं पाया उससे ,
   पर वो एक तरफा मोहब्बत का , अंदाज बड़ा असरदार था | #yostowrimo में आज कहानी एक शाम की।
शाम के साथ अनगिनत क़िस्से जुड़े होते हैं एक व्यक्ति के। उनमें से ही कोई एक क़िस्सा लिखें। 
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