एक भयावह संकेत करता है 'कोरोना' क्या होता है ? प्रकृति के विपरीत जाना अंतः और वाह्य प्रकृति से छेड़छाड़ ले जायेगी महाविनाश की दहलीज पर बैठे होंगे हम लाशों के ढे़र पर छद्म विकास और श्रेष्ठता सिद्ध करने के उन्माद में समा जायेगा मनुष्य मृत्यु की मांद में मानवता को बचाने की चुनौती है सामने और मार्ग केवल एक ही है सामने प्रकृतिस्थ हों, प्रेम साहचर्य हो आचार में स्थित हो मानव अपने स्वभाव में भूत और भविष्य के सेतु तोड़ जिएं वर्तमान में सुरक्षित रहें सब अपने अपने निवास में।🌹🙏 प्रेमांकुर