Nojoto: Largest Storytelling Platform

दूर रह कर न करो बात क़रीब आ जाओ याद रह जाएगी ये रा

दूर रह कर न करो बात क़रीब आ जाओ
याद रह जाएगी ये रात क़रीब आ जाओ

एक मुद्दत से तमन्ना थी तुम्हें छूने की
आज बस में नहीं जज़्बात क़रीब आ जाओ

सर्द झोंकों से भड़कते हैं बदन में शो'ले
जान ले लेगी ये बरसात क़रीब आ जाओ

इस क़दर हम से झिजकने की ज़रूरत क्या 
ज़िंदगी भर का है अब साथ क़रीब आ जाओ

©Parveen kaushik
  Me & you
#Love #love❤ #Couple #ishaq #gjbshayri #ghazal #Poetry #Shayar #poetrycommunity #Gulzar