बचपन की मासूमियत पर सवाल ना उठाया कर, किसी की सांसों पर अपना हक ना जताया कर ये देश ,ये मजहब न जाने कितने रंग दिखाती है कुछ तो बोलो अजीमों पर बैठने वालों को, यू डरकर अपनी सांसों को दबाया ना कर कल एक फिर नया फरमान जारी होगा, मधुशाला की सड़कों को मजहब के घरों से जोड़ा जाएगा तुम खोजते रह जाओगे राहें इल्म की उन्हीं राहों पर नफरत के पौधे उगाया जाएंगा। तुम कल तक अपने होशो हवास में हंसते थे अपनी जबान से न जाने कितने अल्फाज कहते थे पर आज एक अलग से खामोशी लिए क्यों फिरते हो, डरते हो की जबान काट दी जाएगी। हवस की आग में बहुतों को जलाया जाएगा राहों में खिले फूल को पैरों से कुचला जाएगा कहीं आम ना हो जाए यह इंसानों के लहू, खुली हुई नल के पानी की तरह इसको बहाया जाएगा| अब एक नया इतिहास लिखा जाएगा किसने कितना खौफ फैलाये उस का गुणगान किया जाएगा तुम शायद मौत के आंकड़ों में आ जाओगे, यूं लाशों के ढेर पर मंदिर और मस्जिद बनाया जाएगा| आखिर किसका इंतजार है एक आवाज उठाने को रहीम तो है नहीं राम भी ना आने को उतार फेको जबानों पर लगे ये पाबंदियों के पर्दे, तो देखो कैसे हर एक शक्स राम और रहीम के वेष में नजर आ जाएगा.. #indiavoice #nojotohindi #nojotosad #india #nojotovoice #newindia