मैं शक्ल देखकर, जज्बात कहाँ समझ पाता हूँ सच कहता हूँ दुनियादारी में, ख़ुद को अहमक पाता हूँ दिल में क्या है ये बताओ, तो जान पाऊँगा सच कहता हूँ मैं चेहरा देखकर कुछ ना पहचान पाऊँगा और तुम जो, मुहब्बत हो, या प्यार हो, दुनिया हो, या रिश्तेदार हो सब कुछ छुपाने पर अमादा हो हकीकत कम और, दिखावटी जियादा हो अब मुआफ़ करो मुझे, और कशमकश में घिरा जाता हूँ मैं शक्ल देखकर, जज्बात कहाँ समझ पाता हूँ #शक्ल #rishte #मैं #ज़िन्दगी_यही_है #shayri #trendingquotes Best YQ Hindi Quotes Best YQ Urdu Quotes YourQuote Bhaijan YourQuote Baba