जुगनू और तारें ये रातो के अंधेरो को तो, बस जुगनू समझता है। मेरी ख़ामोशीयों को भी, बराबर तू समझता है। मेरे जीने के लिए सांसों से ज्यादा तुम जरूरी हो, तेरी कीमत मेरी जानम तेरा मजनूं समझता है... #समझता_है