रात होने को है या दिन निकलने वाला है कैसे पता लगाया जाए कायनात में हर शख्स की नीयत भी ऐसी ही है क्या किया जाए चल छोड़ दे किसी से क्या पूछना अपने ही दिल से पूछा जाए झूठ की चादर तो हमारे आइने पर भी होगी शायद चल राज पहले अपने खुदी के आईनें को साफ किया जाए ©Rajeev Bhardwaj लेखक #peace #Shaayari #Poetry #rajeev_bhardwaj VAniya writer *