टूट ना जाए फिर दिल मेरा, इस बात का मुझे ये डर है, बेशक जी रहा हूँ तेरे बग़ैर, पर ये भी जैसे कोई जहर हैं। -रूपेश शर्मा टूट ना जाए फिर दिल .....