चुपचाप बहकर निकल जाता है गली से, वो पानी जो कभी नदी सा इतराता था। सुना है अब उन नन्हे सौदागरों ने पानी पर जहाज चलाने छोड़ दिये है।। #बारिश #पानी #कश्ती #कागज़ #नाव #बचपन #hindiwriters #tarunvijभारतीय