कब तक रहेगी खफा माना हुई थी खता पर..मुझे थोड़े ही था पता कि गुनाह होगा इतना बड़ा मैं तो चली थी बदलने मानसिकता बढ़ाने सबकी सहनशीलता बताने कि.. हो सकती हैं गलत पुरानी प्रथा गर इतना ही गलत था तो मुझे बता... उत्तर क्यों ना दिया! ज़िन्दगी तू ही बता, आख़िर थी मेरी क्या ख़ता... #ज़िन्दगीबता #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi When you questions on some rituals and predefined set of processes!