// दिल ढूंढ़ता रहा सुकूँ... // दिल ढूंढता रहा सुकून के वो दो पल मगर , मन में इतने शोर लिए कब तक साथ चलेगा ये सोचता है ! साथी बेबाक ज़िन्दगी के भागते रहे उस पल से मगर, अब तो शोरगुल से भी डर लगता है ! तन्हाई इतनी गहरी रही इस ज़िन्दगी की , तन्हाई इतनी गहरी रही इस ज़िन्दगी के अब तो किसी का साथ पाने से भी डर लगता है ! हम रौशनी करते रहे रात भर, जागी आँखों में इंतजार लिए हुए मगर , आलम बेबसी के इतने गहरे रहे, के अब तो उस इंतजार से भी डर लगता है..!! #दिलढूंढरहा #सुकूँ_के_पल #सुकून #ज़िन्दगी #डरलगताहै #ग़ज़ल #yqdidi // दिल ढूंढ़ता रहा सुकूँ... //