वादा वफ़ा का करके, क्यूँ तुमने ही झुठला दिया। आख़िर क्यूँ तुमने सनम, मेरा प्यार ही ठुकरा दिया। हमने अपनी सारी दुनिया, तुझमें ही बसा ली थी। तोड़ के दिल तुमने मेरा, क्यूँ मुझको ही रुला दिया। तेरी ख़ातिर हमने सनम, चैन-ओ-सुकूँ गवाँ दिया। क्यूँ तूने सब कुछ भुलाकर, हमको ही रुसवा किया। तेरी नादानियों से अक्सर, दिल मेरा भर जाता था। अपने प्यार की ख़ातिर, तेरे सितम भी भुला दिया। मुझसे कहा था तूने सनम, बस तेरा होकर रहूँगा। क्यूँ इतना बेगैरत निकला, सारे वादे ही भुला दिया। वादा वफ़ा का करके, क्यूँ तुमने ही झुठला दिया। आख़िर क्यूँ तुमने सनम, मेरा प्यार ही ठुकरा दिया।— % & ♥️ Challenge-841 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ Happy Promise Day ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।