चूम के ओठ मेरा मुझमें गुदगुदी करके। पाओगी क्या सनम तू मुझसे बेखुदी करके। जबसे देखा है तुम्हें चाहता है दिल ऐ मेरा, समा जाऊँ मैं तुझमें खुद से खुदखुशी करके। गीतकार -तिलक गोंडवी #चूम के ओठ मेरा मुझमें गुदगुदी करके। पाओगी क्या सनम तू मुझसे बेखुदी करके। जबसे देखा है तुम्हें चाहता है दिल ऐ मेरा, समा जाऊँ मैं तुझमें खुद से खुदखुशी करके। #spark