Nojoto: Largest Storytelling Platform

शब भर करती हैं ये प्रेमिकाएं इंतज़ार संगदिल का, और

 शब भर करती हैं ये प्रेमिकाएं इंतज़ार संगदिल का,
और किवाड़ पर...... ये निगोड़ी निगाहें पहरा देती हैं।
झर जाती हैं रोज़ ही सवेरे तड़के थक कर जब आँखे,
ख़ुद के आग़ोश में ज़ीस्त भर ख़ुद को सहरा देती हैं।।

लिपटी रहती है रूह प्रेमिकाओं की ख़ुशबू-ए-संदल से,
और बिस्तर पर.....प्रेम-पुष्प मोगरे की धूनी जमा देती हैं।
बिछा भी देती हैं ख़ुद को ही राहों में इंतज़ार की ताउम्र,
नहीं आते प्रेमी फ़िर ख़ुद को ही ज़ख़्म गहरा देती हैं।।

©shaifali thewriter
  निगाहें पहरा देती हैं....

#Streaks #Quotes #Poetry #Women #Eyes

निगाहें पहरा देती हैं.... #Streaks #Quotes #Poetry #Women #Eyes

759 Views