ख़ाली पन्नों सी मेरी जिंदगी और अश्कों की स्याही से भरी मेरी कलम, दोनों मिलकर मेरे गम की दास्तां लिखना चाहते थे, मगर हम भी कम न थे, हमने हौसले की उड़ान ऐसी भरी कि सब पीछे छोड़ दिए। ©Gunjan Rajput ख़ाली पन्नों सी मेरी जिंदगी और अश्कों की स्याही से भरी मेरी कलम, दोनों मिलकर मेरे गम की दास्तां लिखना चाहते थे, मगर हम भी कम न थे,