#सम्बंध "बादल धरा को छू सकते है, धरा पर ठहर सकते नहीं, पेड़ से पत्ते झड़ सकते है पर झड़ के सँवर सकते नहीं, डोर से बिछड़ के हर पतंग का धरा पे गिरना निश्चित है, अर्थ है इसका बिन निज सम्बंध स्मित धर अधर सकते नहीं।" #चारण_गोविन्द #मकर_सक्रांति #CharanGovindG #govindkesher #सम्बन्ध #ujala