मत पूछ नफरत का आलम गालिब ... वो 55 के बाद 57 पढ़ाते हैं . क्यूंकि 56 आते ही बच्चे फेंकू - फेंकू चिल्लाते हैं ... !! ©Sarfaraj idrishi Rohan davesar