जिन्दा रखो अपने जमीर को इंसान के जैसे मरने के लिए, यूँ अगर रोज़ मरे तो क्या बचेगा , जब आएंगे यमराज तब मरने के लिए। कभी पैसो के के पीछे मर गए कभी यूँही अपने मतलब के लिए मर गए यूँ बार बार मरोगे तो क्या बचेगा फ़िर मरने के लिए जिन्दा रखो ज़मीर को इंसान के जैसे मरने के लिए, कभी मरे तुम जिस्म के लिए तो कभी मर गए हवस के पीछे, तो क्या तुम मरोगे इंसान के जैसे जिन्दा रखो अपने ज़मीर को इंसान के जैसे मरने के लिए। यूँ तो आवारा कुत्ता भी मर जाता है, सड़को पर भटकते भटकते,अगर यूँही तुम मर गए क्या तुम पैदा हुए और क्या जिए और क्या मर गए। थोडा तो जिन्दा रखो अपने जमीर को इंसान के जैसे मरने के लिए। #writersofinstagram #writeraofindia #shayaris #poetry #quote #wordporn #qotd #igwriters #Nojoto #NojotoApp #wordgasm #wordporn #indianwriters #poetsofindia #stories #storytelling #poetrycommunity #igpoets #wordsofwisdom #love #thoughts #igwriterclub