आबादी जैसे जैसे बढ़ रही है वैसे वैसे बोझ लग रही है सशक्त भारत की तस्वीर की कमजोर होती लग रही है आशाओं और उम्मीदों की रेखाएं कहीं बिखर रही है संसाधनों की कमी थोड़ी तो विचलित कर रही है लेकिन सरकारें भी केंद्रित है बस आबादी बढ़ रही है बाकी कर कुछ नहीं रही है दूसरी सच्चाई ये है कि भुखमरी बेरोजगारी से आबादी शहरों में पलायन कर रही है कृषि आधारित देश को गाँवो में वीरान कर रही है सरकारें राजनीतिक नारों में ही जय जवान जय जवान नारा बुलंद कर रही है भारत को अपनी नीतियों से कृषि विमुख कर रही है बस बढ़ती आबादी पर ही ठीकरा फोड़ भृमित कर रही है हाँ आबादी हमारी बढ़ रही है। ©vishwas #Aabadi #आबादी #Population #worldpopulationday #mere_shabdansh #मेरे_शब्दांश #nojohindi