कुछ ख्वाब थे वो ख्वाब ही रहे के संग तेरे बैठ कर नीचे खुले आसमां के गिनू मै सितारे सारे के बहाना चांद का बनाकर इशारों में एहमियत बयां तेरी करू के रात के सूनेपन को एक सिर्फ तेरी कमी बताऊं के बाते कही अनकही सारी कह दू, और चश्मदीद इसी चांद और सितारों को बनाऊं! #shayarishuda #hindipoetry #lovepoetry #poetrylove #shayar #shayari #me #urdu #love