वो खुश तो है न अपनी मोहब्बत में...?
फिर बात करके मुझसे रोती क्यों है...?
वो जताती है क्या कि बिछड़नें का ग़म है उसको...
फिर दूर मुझसे दूर - बहुत दूर जाती क्यों है...?
यहाँ तो रात तन्हाइयों की होती है...
फिर वो आधी रात को ऑनलाइन आती क्यों है...?
बिछड़नें का ग़म तो है न उसको...
फिर गैरों से नज़रें मिलाती क्यों है...?