कोई ज़हर देता है तो कोई, कोई दवा देता है जो भी मिलता है मेरा दर्द ही क्यूं बढ़ा देता है?? किसी हमदम का सरे शाम ख़याल आ जाना नींद जलती हुई आँखों की उड़ा देता है।। प्यास इतनी है मेरी रूह की गहराई में अश्क गिरता है तो दामन को भी भीगा देता है।। वक़्त ही दर्द के काँटों पे सुलाए दिल को वक़्त ही दर्द का एहसास क्यूं नहीं मिटा देता है?? "अनुराग" को भी रोने से तसल्ली कभी हो जाती थी अब तबस्सुम मेरे होटों को भी जला देता है।। ©ANURAG #eveningtea sad shayri shayari sad sad girl dp download sad status sad love shayari