क्या सच में मुझे खुद से प्यार नहीं , या फिर इस दुनिया के कुछ लोगों को मुझसे प्यार नहीं, जो प्यार करते हैं तो फिर वो मेरे पास नहीं .. क्या सच में मुझे खुद से प्यार नहीं, या फिर अब मुझे किसी रिश्ते से कोई आस नहीं , जो थोड़ी बहुत है तो उस आश की शायद अब मुझे तलाश नहीं , क्या सच में मुझे खुद से प्यार नहीं , मैं जो जी रहा हूं शायद अब मुझ में वो सांस नहीं , इसलिए मैं अब दर्द सहने का कोई एहसास नहीं, क्या मुझे सच में किसी से प्यार नहीं ???.. #Hope is over..