Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम्हारी यादों के उजालों से भोर होती है, तुम्हारी

तुम्हारी यादों के उजालों से भोर होती है,
तुम्हारी यादों के सितारों से सांझ ढलती है,
किसी न किसी मोड़ पर ज़िंदगी के हम दोबारा मिलेंगे,
ये उम्मीद लौ बन हर दम मन में जलती है

©Neha Jain
  Maryam Rashid Suresh Gulia Sahil.dindor BOND Ravi singh007 Diwan G