Lock down for women लगता हैं तुमने पहली बार जिया हैं ये जो लॉकडाउन का सिलसिला हैं। हमें तो इन 21 दिनो के लॉकडाउन से अब जरा भी फर्क नही पड़ता, क्योंकि हमनें सदा ही लॉकडाउन का जीवन जीया है । अब हमें रत्ती भर भी फर्क नही पड़ता कि कौन सा मॉल खुला है, या कौन सा हॉटल बंद है। हमारे लिए एक लक्ष्मण रेखा सदियों से ही खींचा है जिसे सायद आज तुमनें पहली बार महसूस किया है। Lock down for women