प्रेम और आकर्षण में फ़र्क क्या है? प्रेम जिसे एक नजर देखले बार-2 हर रुप में वही नजर आता हैं, उसे ही सोचना ख्वाबों में जोड़ना हैं, आकर्षण जितनी बार किसी को देखों उतनी बार बदलता जाता हैं, स्थायित्व से दूर हर सुंदरता को निहारना हैं। ©Priya Gour प्रेम ❤ #Anhoni #19sep 8:50 #Prem #realityoflife #nojotohindi #thought