हालात बदलते हैं, क्या रिश्ते भी बदल जाते हैं सभी धुँधली पड़ जाती यादों में, क्या मिट जाते हैं हमारे निशां भी बीते पलों के हर किस्से, हट जाते हैं रूह से भी बदलते वक़्त के साथ, क्या बदल जाता हैं अहसास भी सुकून, सिद्धत, चाहत और अजबनी से इश्क़ का वो अहसास भी क्या बदल जाता है साथी का प्यार भी आगे ये सब इतना ही खूबसूरत होगा फिर से नये अजनबी के साथ भी वही होता हैं इश्क़ या कोई फिर से चुरा लेता हैं धड़कन इश्क़ की ©Nisha Bhargava #ajnbi सा डर