जब बरसना ही नहीं, तो क्यूं घुमड़ कर हमारी उम्मीदें बढ़ा रहे हो। हम प्यासे रह जाएं, भूखे मर जाएं क्यूं हवा देकर हमें बचा रहे हो। ©Khushi Kandu #बादल #सूखा #खेती #clouds #Drops #Drought #hungry #Hope