Scattered Hair ये खुले खुले से गेसू इन्हें लाख तू सँवारे मिरे हाथ से सँवरते तो कुछ और बात होती Agha Hashr Kashmiri ©Anant Nag Chandan ये खुले खुले से गेसू इन्हें लाख तू सँवारे मिरे हाथ से सँवरते तो कुछ और बात होती #ScatteredHair