Nojoto: Largest Storytelling Platform

#OpenPoetry जिक्र तेरा एक बार नहीं सौ बार करना चा

#OpenPoetry  जिक्र तेरा एक बार नहीं सौ बार करना चाहूँगा
तू आएगी नहीं फिर भी इंतजार करना चाहूँगा।
वो जो छूएगा तेरे लब, जिनपे है सिर्फ़ मेरा हक़
उस शख्स से नफ़रत मैं बेशुमार करना चाहूँगा। जिक्र तेरा एक बार नहीं सौ बार करना चाहूँगा
तू आएगी नहीं फिर भी इंतजार करना चाहूँगा।
वो जो छूएगा तेरे लब, जिनपे है सिर्फ़ मेरा हक़
उस शख्स से नफ़रत मैं बेशुमार करना चाहूँगा।
 
 Namita Writer Kalavati Kumari 😍sehar-e-Deepmu😍 jyoti Intezaar / इंतेज़ार
#OpenPoetry  जिक्र तेरा एक बार नहीं सौ बार करना चाहूँगा
तू आएगी नहीं फिर भी इंतजार करना चाहूँगा।
वो जो छूएगा तेरे लब, जिनपे है सिर्फ़ मेरा हक़
उस शख्स से नफ़रत मैं बेशुमार करना चाहूँगा। जिक्र तेरा एक बार नहीं सौ बार करना चाहूँगा
तू आएगी नहीं फिर भी इंतजार करना चाहूँगा।
वो जो छूएगा तेरे लब, जिनपे है सिर्फ़ मेरा हक़
उस शख्स से नफ़रत मैं बेशुमार करना चाहूँगा।
 
 Namita Writer Kalavati Kumari 😍sehar-e-Deepmu😍 jyoti Intezaar / इंतेज़ार

जिक्र तेरा एक बार नहीं सौ बार करना चाहूँगा तू आएगी नहीं फिर भी इंतजार करना चाहूँगा। वो जो छूएगा तेरे लब, जिनपे है सिर्फ़ मेरा हक़ उस शख्स से नफ़रत मैं बेशुमार करना चाहूँगा। Namita Writer Kalavati Kumari 😍sehar-e-Deepmu😍 jyoti Intezaar / इंतेज़ार #OpenPoetry