जलाकर आया हुं कहीं तरह के राग होली में, तकलीफ़ दायक अनसुने से किस्से भी सारे, बहुत सी जो कहानियां थी , अनकही बातों की तरह, चुभती थी बेवजाह बार - बार, हो गई अब वो धूंआ, दिल में थे जो बेर सारे बेकार से , मिटा दिये सारे उस आग में, सारे ऐब भी ओ गये है राख अब, होली आई तों मिला , अनोखा सुंदर मौका ग़म मिटाकर, ढेरों सारी खुशियां बटोरने का होली है तो बहुत ज्यादा खुशहाल है सब.... #NojotoQuote होली है तो मुमकिन है ।