जबसे तुमको देखा, ओ राधे! मैंने तो बस प्रेम को जाना है। क्या ही रहा अब दुनिया से मेरा नाता, जबसे तुझसे दिल लगाया है। त्याग, समर्पण, और अनुराग, सब तुझसे ही सीखा है। तेरी मूरत में ही, मेरे मन ने, सच्चे प्रेम का अर्थ लिखा है। एक शब्द में कहूँ अगर, प्रेम का पर्याय ही 'राधे' है। ©Aayushi Patel #radhekrishna #Radha