Nojoto: Largest Storytelling Platform

किसी के प्यार में पड़कर भुलाऊं ये जहां कैसे मेरी

किसी के प्यार में पड़कर भुलाऊं ये जहां कैसे 
मेरी माँ से भी बेहतर इस जहां में कौन है कैसे 
मुझे ना चाह उनकी है सदा जो स्वार्थ पर जीते 
पला हूँ जिन हवाओं में भुला दूं मैं भला कैसे आर वी चित्रांगद
किसी के प्यार में पड़कर भुलाऊं ये जहां कैसे 
मेरी माँ से भी बेहतर इस जहां में कौन है कैसे 
मुझे ना चाह उनकी है सदा जो स्वार्थ पर जीते 
पला हूँ जिन हवाओं में भुला दूं मैं भला कैसे आर वी चित्रांगद