नजर नजर तो नजर है, जहाँ पड़े, छोड़े वहाँ अपना असर । किसी को लगे भली, तो किसी को देखकर लगे डर। जब चाहे बचना कोई, नजरों की गहरी चाल से, नजर मिले, तो करे सामना, पावन मन की ढाल से। दृढ़ रख मन, रह प्रकृति संग,तो काबू में रहे नजर। नजर तो नजर है, जहाँ पड़े, छोड़े वहाँ अपना असर । किसी को लगे भली, तो किसी को देखकर लगे डर।। गिरे ना कभी, अपनी नजरों से, नजरों पर अधिकार रहें। नजर झुके ना कभी हमारी, ऐसे हमारे संस्कार रहें।। डगमगाने लगे जो कस्ती,थाम ले मजबूती से लंगर। नजर तो नजर है, जहाँ पड़े, छोड़े वहाँ अपना असर । किसी को लगे भली, तो किसी को देखकर लगे डर।। दुश्मन भी बन जाएं दोस्त, नजरों का हो सुन्दर काम, दोस्त, दोस्त बनकर रहे, रहें विश्व में भारतवर्ष का नाम। नजरें हो राहों में ऐसी, कि मंजिल पे मिले हर डगर। नजर तो नजर है, जहाँ पड़े, छोड़े वहाँ अपना असर । किसी को लगे भली, तो किसी को देखकर लगे डर।। #rsmalwar #yqdidi नजर नजर तो नजर है, जहाँ पड़े, छोड़े वहाँ अपना असर । किसी को लगे भली, तो किसी को देखकर लगे डर। जब चाहे बचना कोई, नजरों की गहरी चाल से, नजर मिले, तो करे सामना, पावन मन की ढाल से।