उसका आना और जाना कहाँ एक सा था अब पता चला उसका इरादा कहाँ नेक सा था उसके और मेरे बीच छुपा कोई भेद सा था इस बात का उसे कभी कहाँ कोई खेद सा था वो जान के रिश्तों में कर रहा छेद सा था पता चला तब जब हो गया मैं मटियामेट सा था #इरादा #नेक #खेद #भेद #